हार्ट के बारे में ये फैक्ट जानते हैं क्या आप? Image Credit source: THOM LEACH / SCIENCE PHOTO LIBRARY/Getty Images
हार्ट हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है. इसमें आई किसी भी तरह की खराबी पूरे शरीर को नुकसान कर सकती है. हार्ट के बारे में कुछ ऐसी चीजें हैं जो आपके लिए जानना जरूरी है. इस कड़ी में पहले ये जानते हैं कि महिला और पुरुष दोनों में से किसका हार्ट ज्यादा तेज धड़कता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि औसतन, एक महिला का दिल पुरुष की तुलना में थोड़ा तेज़ धड़कता है, आमतौर पर एक महिला का हार्ट लगभग 70-85 बीट प्रति मिनट के हिसाब से धड़कता है. जबकि एक पुरुष का 60-80 के हिसाब से हार्ट बीट करता है.
फोर्टिस अस्पताल में कार्डियोलॉजी और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी विभाग में एचओडी डॉ नित्यानंद त्रिपाठी बताते हैं कि महिलाओं की हार्ट बीट पुरुषों की तुलना में अधिक होती है. यह अंतर महिला के दिल के छोटे आकार के कारण होता है, जिसे अधिक मेहनत करनी पड़ती है. इस वजह से महिलाओं का हार्ट पुरुषों की तुलना में ज्यादा धड़कता है. डॉ नित्यानंद बताते हैं कि आपका हार्ट प्रतिदिन औसतन 1 लाख बार धड़कता है, जिससे किसी भी व्यक्ति की पूरी बॉडी में लगभग 2,000 गैलन ब्लड पंप होता है. लेकिन अगर हार्ट के फंक्शन में किसी तरह की खराबी आ जाती है तो इससे हार्ट के ब्लड पंप करने की क्षमता को नुकसान पहुंचता है. इससे हार्ट फेल हो सकता है.
हार्ट का अपना इलेक्ट्रिक सिस्टम
डॉ नित्यानंद त्रिपाठी बताते हैं कि हार्ट का अपना इलेक्ट्रिक सिस्टम होता है. इसे कार्डियक कंडक्शन सिस्टम कहा जाता है. हार्ट के कार्डियक कंडक्शन सिस्टम में आई किसी खराबी के कारण कार्डियक अरेस्ट आ सकता है. जो मौत का कारण बनता है. कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें. हार्ट की हेल्थ के लिए यह भी जरूरी है कि आप हंसे भी. हंसने से आपका ब्लड सर्कुलेशन20% तक बढ़ सकता है. हंसने से मेंटल स्ट्रेस कम होता है. जो हार्ट की बीमारियों के रिस्क को कम करता है.
ऐसे रखें दिल की सेहत का ध्यान
हार्ट की सेहत का ध्यान रखने के लिए आपको रोज एक्सरसाइज करना जरूरी है. इसके साथ ही खानपान का ध्यान भी रखना चाहिए. इसके लिए अपनी डाइट में हरी सब्जियां और फलों को शामिल करें. हर 6 महीने के बीच में हार्ट का चेकअप कराएं. इसके लिए लिपिड प्रोफाइल टेस्ट करा लें. अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज की बीमारी है तो इनको कंट्रोल में रखें. शराब का सेवन न करें और मानसिक तनाव न लें.